ये जो देश है तेरा - The Indic Lyrics Database

ये जो देश है तेरा

गीतकार - जावेद अख्तर | गायक - ए आर रहमानी | संगीत - ए आर रहमान | फ़िल्म - स्वदेस | वर्ष - 2004

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( ये जो देस है तेरा, स्वदेस है तेरा
तुझे है पुकाराऽऽ
ये वो बंधन है जो कभी टूट नहीं सकता ) -२मिट्टी की है जो ख़ुश्बू, तू कैसे भुलायेगा
तू चाहे कहीं जाये, तू लौट के आयेगा
नई-नई राहों में, दबी-दबी आहों में
खोये-खोये दिल से तेरे कोई ये कहेगाये जो देस है तेरा, स्वदेस है तेरा
तुझे है पुकारा
ये वो बंधन है जो कभी टूट नहीं सकतातुझसे ज़िंदगी है ये कह रही
सब तो पा लिया, अब है क्या कमी
यूँ तो सारे सुख हैं बरसे
पर दूर तू है अपने घर से
आ लौट चल तू अब दिवाने
जहाँ कोई तो तुझे अपना माने
आवाज़ दे तुझे बुलाने
वही देसये जो देस है तेरा, स्वदेस है तेरा
तुझे है पुकाराऽऽ
ये वो बंधन है जो कभी टूट नहीं सकताये पल हैं वही, जिसमें हैं छुपी
पूरी इक सदी, सारी ज़िंदगी
तू न पूछ रास्ते में काहे
आये हैं इस तरह दोराहे
तू ही तो है राह जो सुझाये
तू ही तो है अब जो ये बताये
जाये तो किस दिशा में जाये
वही देऽऽसये जो देस है तेरा, स्वदेस है तेरा
तुझे है पुकाराऽऽ
ये वो बंधन है जो कभी टूट नहीं सकता