ज़िन्दगी के सफर में ना जाने - The Indic Lyrics Database

ज़िन्दगी के सफर में ना जाने

गीतकार - शैलेंद्र | गायक - मुकेश | संगीत - हेमंत भोसले | फ़िल्म - जागते रहो | वर्ष - 1956

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ज़िन्दगी के सफर में ना जाने
कब कैसे ये दो अन्जाने
हुए प्यार में यूँ दीवाने
सुनी थी हमनी बात कहीं
मगर नहीं था हमको यकीं
अब तो ये जाना हमने ये माना
होते हैं सच अफ़साने
मिला जो तेरा प्यार सनम
भुला दिए दुनिया के ग़म
इस जीवन के सुने मन के
सज गए हर वीराने