इन कदमों के नीचे शायद ये मेरा दिल हैं - The Indic Lyrics Database

इन कदमों के नीचे शायद ये मेरा दिल हैं

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - कुमार शानू, अलका याज्ञनिक | संगीत - राजेश रोशन | फ़िल्म - क्या कहना | वर्ष - 1999

View in Roman

इन कदमों के नीचे शायद ये मेरा दिल है
देखो तो क्या ऐसी ही बात है
अरे रे ठहरो देखती हूँ
न जाने शीशा है के दिल है
कुछ पैरों के नीचे तो है
अरे इन कदमों के नीचे ...मज़े से जा रही थी मैं ये आ गए कहां से तुम
ये राह-ए-दिल ही ऐसी है जहां से हम वहां से तुम
अरे हसीनों को सताना फिर सता के ये मुस्कुराना
मज़ा आया हमें सच तो है
इन कदमों के नीचे ...बड़ी अजब ये मंज़िल है कहीं को मैं कहीं दिल है
सनम करें भी क्या हम तुम कि ये समां ही क़ातिल है
कम नहीं तू भी हसीना रुत को क्या इल्ज़ाम देना
हां मुझमें भी ये सब तो है
इन कदमों के नीचे ...