क्यूं बेखुदी सी छाई हम हो गेए आपके - The Indic Lyrics Database

क्यूं बेखुदी सी छाई हम हो गेए आपके

गीतकार - समीर | गायक - कुमार शानू, अलका याज्ञनिक | संगीत - नदीम, श्रवण | फ़िल्म - हम हो गए आप के | वर्ष - 2001

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ऐ हाँ आ हूँ
क्यूँ बेखुदी सी छाई है
क्यूँ आग सी लगाई है आपने
ओ हम हो गए आपके
ओ हो हो हम हो गए आपकेहो मेरा होश भी उड़ाया है
मेरी नींद भी चुराई है आपने
हो हम हो गए आपके
ओ हम हो गए आपकेपहले ऐसे कभी दिल धड़कता न था
बेवजह इस तरह से ये तड़पता न था
दर्द ऐसा कभी भी मुझको होता न था
हर घ्ड़ी यूँ मेरा चैन खोता न था
मेरी जान पे बन आई है
हालत ये क्या बनाई है आपने
हो हम हो गए आपके ...चोरी चोरी मचलने से क्या फ़ायदा
राज़-ए-दिल खोल देने का अपना मज़ा
मुझको है मेरी इन धड़कनों की कसम
आपको भी है मुझसे मुहब्बत सनम
इसमें नहीं बुराई है
ये बात क्यूँ छुपाई है आपने
हो हम हो गए आपके ...