ज़िन्दगी का सफर, है ये कैसा सफर - The Indic Lyrics Database

ज़िन्दगी का सफर, है ये कैसा सफर

गीतकार - योगेश | गायक - मन्ना डे | संगीत - कल्याणजी आनंदजी | फ़िल्म - आनंद | वर्ष - 1971

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ज़िन्दगी का सफ़र, है ये कैसा सफ़र
कोई समझा नहीं, कोई जाना नहीं
है ये कैसी डगर, चलते हैं सब मगर
कोई समझा नहीं, कोई जाना नहीं
ज़िन्दगी को बहुत प्यार हमने दिया
मौत से भी मोहब्बत निभायेंगे हम
रोते-रोते ज़माने में आये मगर
हँसते-हँसते ज़माने से जायेंगे हम
जायेंगे पर किधर, है किसे ये खबर
कोई समझा नहीं, कोई जाना नहीं
ऐसे जीवन भी हैं जो जिए ही नहीं
जिनको जीने से पहले ही मौत आ गई
फूल ऐसे भी हैं जो खिले ही नहीं
जिनको खिलने से पहले ख़िज़ाँ खा गई
है परेशां नज़र, थक गए चारागर
कोई समझा नहीं, कोई जाना नहीं