जो डर गया वो मर गया - The Indic Lyrics Database

जो डर गया वो मर गया

गीतकार - समीर | गायक - अनु मलिक, राहुल, शान, केके | संगीत - अनु मलिक | फ़िल्म - घाट | वर्ष - 2000

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ये डर का असर है
ये डर है
ये डर इक ज़हर है
ये जो डर है
होता है डर दिल में तो फटती है हर वो आवाज़ जो हलक से निकलती है
डर है
ये डर इक ज़हर है
ये डर है
ऐ पर तेरे को मालूम इधर जो डर गया वो साला मर गयाजो फिकर विकर टेन्शन वेन्शन जीने का टिकली फोड़ के क्या
मामा मामा मामा मामा जो चाहो करो हंगामा
सबको डर है ख़ौफ़ है किसी न किसी चीज़ का
जो न किसी से डरा वो अपना काम कर गया
जो डर गया वो ...डर लगा रहता है गैंगवार का यहां
जाने कब कहां से चल पड़ेंगी गोलियां
बच के इस माहौल से जाए कोई कहां
क्या पता किस रूप में छुपा हो भेड़िया
उसका डर है बाबा गोली लग गई तो
लग गए ना पूरे के पूरे बाबा
ओए सुन तुस्सी फिर डर गए हो
ओए सम्झ लो तुसी मर गए हो
मामा मामा ...
सबको डर है ...
जो न किसी से ...
जो डर गया वो ...कोई बिक रहा है यहां वोट के लिए
कोई बिक रहा है यहां नोट के लिए
सबका चेहरा आईना देख के उतर गया
जो डर गया वो ...सब खा रहे हैं खुशी से परांठे
चल रहे हैं दिल पे छुरी और काँटे
इसका डर है लड़की पे लाईन मारो
दो मारेगी वो चांटे इसका डर है
फ़ेल हो गया तो घर पे बाप तुझको डांटे इसका डर है
धूप का भी डर है भूत का भी डर है
पुलिस का भी डर है नेताओं का भी डर है
ये डर है कमाल तुझको डर से भी डर है
ये डर है
ये डर इक ज़हर है ...ना तो कोई हादसा था ना कोई जुनून था
हर तरफ़ अमन था चैन था सुकून था
वो जो सपनों का शहर था यारों वो किधर गया
जो डर गया वो ...ऐ क्या रे वो आया क्या
नहीं मालूम था
जो डर गया साला मर गया