डमरू बाजे - The Indic Lyrics Database

डमरू बाजे

गीतकार - महबूब | गायक - सुखविंदर सिंह, महालक्ष्मी | संगीत - इस्माइल दरबार | फ़िल्म - शक्ति द पावर | वर्ष - 2002

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डमरू बाजे ये हे
डमरू बाजे डमरू बाजे डमरू बाजे ये हे
बाजे धमक धमक धम
हम तुम नाचे झूम के नाचे ये हे
नाचे थिरक थिरक थिर्र
थिरक थिरक
सन सनन सनन
तलवार की गूँज में पायल छनके छन
छनक छननन नन
डमरू बाजे ये हे ...
ताक चिकी चिकी दुमजिस मिट्टी में हैं वफ़ाएं उस मिट्टी के लाल हैं
नाज़ है हम को ओय होय
दुश्मन को जो जड़ से उखाड़े ऐसी हवा के यार हैं हम
नाज़ है हम को हो हो हो हो हो
सीना है उस पर्वत जैसा
सीना हमारा है पर्वत के जैसा
जिस के साये में हैं हम
सागर सा गहरा है दिल
सागर सा गहरा है दिल ये हमारा
हैं अग्नि के पुजारी हम
सन सनन सनन
तलवार की गूँज ...हो ऐ साहिब जी तू ही मालिक तू ही तो सरकार है
प्यार है तुम से ओय होय
जान लेना चीज़ है क्या जां देने को तैयार हैं
प्यार है तुम से ओ हो हो हो हो
तेरे पैरों की मिट्टी भी
हाँ तेरे पैरों की मिट्टी भी यारा
अपने माथे का चंदन है
तुझ को देखें तो लगता है
जब तुझ को देखें तो लगता है ऐसे
जैसे शिव के दर्शन हैं
डमरू बाजे ये हे ...