झिल रखुउन कमल रखून या जाम रखूं - The Indic Lyrics Database

झिल रखुउन कमल रखून या जाम रखूं

गीतकार - | गायक - सुरेश वाडेकर | संगीत - | फ़िल्म - तीसरा किनारा | वर्ष - 1986

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झील रखूँ कमल रखूँ या जाम रखूँ
तेरी आँखों का क्या नाम रखूँसावन आह भरे घटा झुक जाये
धूप छुप जाये कहीं छाँव रुक जाये
घटा रखूँ, छाँव रखूँ कि शाम रखूँ
तेरी ज़ुल्फ़ों का क्या नाम रखूँसुर्ख होंठों पे हँसी ऐसे खिल जाये
भोर की पहली किरण जैसे मुस्काये
कली रखूँ किरण रखूँ गुल्फ़ाम रखूँ
तेरे होंठों का क्या नाम रखूँमेरे ख़्वाबों में कभी तू जो चली आये
मेरी हर साँस गीत नया कोई गाये
गीत रखूँ ग़ज़ल रखूँ क़लाम रखूँ
तेरी सूरत का क्या नाम रखूँ