रंग बिरंगी दुनिया प्रेम नगरिया की तुम भी दगरिया चलो - The Indic Lyrics Database

रंग बिरंगी दुनिया प्रेम नगरिया की तुम भी दगरिया चलो

गीतकार - जावेद अख्तर | गायक - अलका याज्ञनिक, उदित नारायण | संगीत - जतिन, ललित | फ़िल्म - चलते चलते | वर्ष - 2003

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उ : रंग-बिरंगी दुनिया सारी भात-भात के लोग
मिल के बिछड़ना बिछड़ के मिलना सारा है संजोगदेखे जो ऐसे तमाशे हो ओ
फूटे हैं दिल में बताशे हो ओ( दुनिया के सौ रूप सारे निराले -२
बैठो न तुम ऐसे मन को सम्भाले
प्रेम नगरिया की तुम भी डगरिया चलो
हम तो चले संग तुम भी गुजरिया चलो ) -२
तम धूरक धूरक नम नम नम तम धूरक धूरक नमम मम -२रुत ने चुनरिया जो लहराई तो लहरा गए रास्ते
अ : रुत ने चुनरिया जो लहराई तो लहरा गए रास्ते
उ : हर मोड़ पर है कहानी कोई तेरे-मेरे वास्ते
अ : राहें गाएँ
दिशाएं गूँजती हैं और गुनगुनाती हैं
हवाएँ जो चलें हमसे ये कहते जाती हैं
राही गुम हो कहाँ आओ-आओ यहाँ
अ : प्रेम नगरिया की तुम भी डगरिया चलो
उ : हम तो चले संग तुम भी गुजरिया चलोदुनिया के सौ रूप सारे निराले -२
बैठो न तुम ऐसे मन को सम्भाले
अ : प्रेम नगरिया की तुम भी डगरिया चलो
उ : हम तो चले संग तुम भी गुजरिया चलो
तम धूरक धूरक नम नम नम तम धूरक धूरक नमम मम -२को : हो हो ओ -४
उ : ओ माधो जएत कहाँ हो
को : ओ माधो कहाँ जात हो
हमरी दुल्हनिया जहाँ होउ : परबत से जा के बदरिया मिली कलियों से भँवरे मिले
अ : परबत से जा के बदरिया मिली कलियों से भँवरे मिले
उ : इठलाती बलखाती नदिया चली सागर से मिलने गले
हौले
अ : हौले
मिलन के गीत जो लहरों में घुल के बहते हैं
उ : ओ मीठी बोलियों में सारे पंछी कहते हैं
रुत मिलन की है जो कह रही है सुनो
प्रेम नगरिया की डगरिया चलो
हम तो चले संग तुम भी गुजरिया चलोअ : दुनिया के सौ रूप सारे निराले
बैठो न तुम ऐसे मन को सम्भाले
उ : प्रेम नगरिया की तुम भी डगरिया चलो
हम तो चले संग तुम भी गुजरिया चलो
प्रेम नगरिया की तुम भी डगरिया चलो
अ : तम धूरक धूरक नम नम नम तम धूरक धूरक नमम मम
उ : तम धूरक धूरक नम नम नम तम धूरक धूरक नमम मम
दो : तम धूरक धूरक नम नम नम तम धूरक धूरक नमम मम -२