जो मैं ऐसा जान्नति प्रीति की दुख होय - The Indic Lyrics Database

जो मैं ऐसा जान्नति प्रीति की दुख होय

गीतकार - हसन कमाली | गायक - कविता कृष्णमूर्ति, अनुराधा पौडवाल | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - बटवारा | वर्ष - 1989

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जो मैं ऐसा जान्णती प्रीत किए दुःख होय
नगर ढिंढोरा पीटती प्रीत न कीजो कोयज्यों चन्दा हो बिना रात तेरे बिना जीवन मेरा
ज्यों चन्दा हो बिना रात
बैरी तुझे भूलना नहीं तुझको भूलना
नहीं मेरे बस की बात
जो मैं ऐसा जाणती उमर कटेगी रोय
नगर ढिंढोरा पीटती ...रट रट थारो नाम हो देख सजना मर जाऊंगी
रट रट थारो नाम
हो म्हारे साथ न छोड़ियो पड़ूं मैं तुम्हारे पांव
जो मैं ऐसा जाणती मांझी नाव डुबोय
नगर ढिंढोरा पीटती ...जाण भी तुझपर वार दूं दिल तो दिया है तोय
कठिन है खोना प्यार का प्राण खोय तो खोय
जो मैं ऐसा जाणती नैन मिले दुख होय
नगर ढिंढोरा पीटती ...