किसी का नाम लो बेनाम अफसाने बहुत से हैं - The Indic Lyrics Database

किसी का नाम लो बेनाम अफसाने बहुत से हैं

गीतकार - क़मर जलालवी | गायक - आशा भोंसले | संगीत - नज़र हुसैन | फ़िल्म - कशिश (गैर फिल्म) | वर्ष - 1988

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किसी का नाम लो बेनाम अफ़साने बहुत से हैं
न जाने किसको तुम कहते हो, दीवाने बहुत से हैंपनाहें दे रही हैं अजनबी नादरियाँ मुझको
तेरी महफ़िल में वरना जाने पहचाने बहुत से हैंबस अब सो जाओ नींद आँखों में है कल फिर सुनायेंगे
ज़रा सी रह गई है रात, अफ़साने बहुत से हैंलिखी है ख़ाक उड़ानी ही अगर अपने मुक़द्दर में
तेरे कूचे पे क्या मौक़ूफ़, वीराने बहुत से हैंमेरे कहने से होगी तर्क-ए-रस्म-ओ-राह ग़ैरों से
बजा है, आपने कहने मेरे माने बहुत से हैं