हेयरटन के सिलासाइल सोज़ ए निहा तक आ गये - The Indic Lyrics Database

हेयरटन के सिलासाइल सोज़ ए निहा तक आ गये

गीतकार - अहमद नदीम कासमी | गायक - आशा भोंसले | संगीत - गुलाम अली | फ़िल्म - मेराज-ए-ग़ज़ल (गैर फ़िल्म) | वर्ष - 1983

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हैरतों के सिलसिले सोज़-ए-निहा तक आ गये
हम तो दिल तक चाहते थे तुम तो जाँ तक आ गयेज़ुल्फ़ में ख़ुश्बू न थी या रंग आरिज़ में न था
आप किसकी जुस्तजू में गुलसिताँ तक आ गयेख़ुद तुम्हें चाक-ए-गरेबाँ का शऊर आ जायेगा
तुम वहाँ तक आ तो जाओ हम जहाँ तक आ गयेउनकी पलकों पे सितारे अपने होंठों पे हँसी
क़िस्सा-ए-ग़म कहते कहते हम यहाँ तक आ गये