खेल है दिलनशीं ऑल द बेस्ट - The Indic Lyrics Database

खेल है दिलनशीं ऑल द बेस्ट

गीतकार - प्रवीण भारद्वाज | गायक - सहगान, रेमो फर्नांडीस | संगीत - जतिन, ललित | फ़िल्म - आंखें | वर्ष - 2002

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खेल है दिलनशीं, मौत भी है हसीं
है मज़ा हर घड़ी अब यहाँ
कहता है दिल दीवाना, है ना कोई अंजाना
जाँबाज़ों को ही कहता जहाँ
All the best-६इक नया जोश है, अब कहाँ होश है
दिन-ब-दिन बढ़ रहा है ये जुनूँ
साँसों में हैं रफ़्तारें, जाँ दे दें पर ना हारें
जाँबाज़ों को ही कहता जहाँ
All the best-४ज़िंदगी से मौत तक, आख़िरी हर दौड़ तक
खेल खेलें इक नया साथ हम,
जाँबाज़ों को ही कहता जहाँये मस्ती का है आलम, जीने मरने का क्या ग़म
जाँबाज़ों को ही कहता जहाँ
All the best-१०