कुछ लोग मोहब्बत कर के हो जाते हैं बाराबाद - The Indic Lyrics Database

कुछ लोग मोहब्बत कर के हो जाते हैं बाराबाद

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - किशोर कुमार | संगीत - आर डी बर्मन | फ़िल्म - लावा | वर्ष - 1985

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कुछ लोग मोहब्बत करके हो जाते हैं बरबाद
कुछ लोग मोहब्बत करके कर देते हैं बरबाद
किस नाम से याद करेंगे हम तुझको आज के बादइस खुदगर्ज़ी को देकर इक मजबूरी का नाम
उल्फ़त के नाम को तूने कर डाला है बदनाम
ऊपर से भोले पंछी तुम अन्दर से सैय्याद
कुछ लोग मोहब्बत ...इक रोज़ कहा था तुमने हमको अपना महबूब
महबूब बदलने का ये अंदाज़ बहुत है ख़ूब
इस बात पे हम ख़ुश हो कर देते हैं मुबारकबाद
कुछ लोग मोहब्बत ...चुप रहे ज़ुबान-ए-खंज़र छुपता नहीं ये इल्ज़ाम
लेता है लहू का क़तरा-क़तरा क़ातिल का नाम
क्या चैन से जीने देगी तुमको मेरी फ़रियाद
कुछ लोग मोहब्बत ...