अल्टी हो गैन सब तदाबीरेन - The Indic Lyrics Database

अल्टी हो गैन सब तदाबीरेन

गीतकार - मीर तकी मिरो | गायक - बेगम अख्तर | संगीत - खैय्याम | फ़िल्म - अपनी सर्वश्रेष्ठ बेगम अख्तर (गैर-फिल्म) में | वर्ष - 1985

View in Roman कश्क़ा खेंचा दैर में बैठा कबका तर्क इस्लाम किया
'>

उल्टी हो गईं सब तदबीरें कुछ न दवा ने काम किया
देखा इस बीमारी-ए-दिल ने आख़िर काम तमाम कियाअहद-ए-जवानी रो रो काटा पीरी में लीं आँखें मूँद
यानी रात बहुत थे जागे सुबह हुई आराम कियायाँ के सफ़ेद-ओ-स्याह में हमको दख़्ल जो है सो इतना है
रात को रो रो सुबहो किया और सुबहो को ज्यों त्यों शाम किया'मीर' के दीन-ओ-मज़हब को अब पूछते क्या हो उनने तो
कश्क़ा खेंचा दैर में बैठा कबका तर्क इस्लाम किया