जीने को तो जिते हैं सभि - The Indic Lyrics Database

जीने को तो जिते हैं सभि

गीतकार - गुलशन बावरा | गायक - आशा भोंसले, किशोर कुमार | संगीत - आर डी बर्मन | फ़िल्म - ये वादा रहा | वर्ष - 1982

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हे हे
( जीने को तो जीते हैं सभी
प्यार बिना कैसी ज़िंदगी ) -२
आओ मिल-जुल के सुख-दुख बाँटे
क्यूँ हम रहें अजनबी
हमसफ़र हैं सभी

जीने को तो जीते हैं सभी
प्यार बिना कैसी ज़िंदगी
आओ मिल-जुल के सुख-दुख बाँटे
क्यूँ हम रहें अजनबी
हमसफ़र हैं सभी

( सुर में आ के सुर तो मिला
प्यार भरे नग़में ज़माने को सुना ) -२
लुटा दे किसी के लिये तू अपनी ख़ुशी

जीने को तो जीते हैं सभी
प्यार बिना कैसी ज़िंदगी
आओ मिल-जुल के सुख-दुख बाँटे
क्यूँ हम रहें अजनबी
हमसफ़र हैं सभी

ल ल ल ल हे हे हे
तुम भी गाओ नाआ: ल ल
कि: हाँ
दो: ल लआ: ( अपने लिये जो भी जीते हैं यहाँ
उनको भुला दे एक पल में जहाँ ) -२
रहेंगे दिलों में जो बाँटें सबको हँसी

जीने को तो जीते हैं सभी
प्यार बिना कैसी ज़िंदगी
आओ मिल-जुल के सुख-दुख बाँटे
क्यूँ हम रहें अजनबी
हमसफ़र हैं सभी

( शिकवे-गिले भी हैं प्यार की अदा
क्यूँ न भुला दें जो भी हुआ ) -२
मिलेंगे दिलों में जला के लौ प्यार कीजीने को तो जीते हैं सभी
प्यार बिना कैसी ज़िंदगी
आओ मिल-जुल के सुख-दुख बाँटे
क्यूँ हम रहें अजनबी
हमसफ़र हैं सभी