खली है अभी जाम मैं कुछ सोच रह हुं - The Indic Lyrics Database

खली है अभी जाम मैं कुछ सोच रह हुं

गीतकार - अब्दुल हमीद आदम | गायक - गुलाम अली | संगीत - | फ़िल्म - हसीन लम्हें (गैर-फिल्म) | वर्ष - 1988

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खाली है अभी जाम मैं कुछ सोच रहा हूँ
ऐ गर्दिश-ए-अय्याम मैं कुछ सोच रहा हूँसाक़ी तुझे एक थोड़ी सी तकलीफ़ तो होगी
साग़र को ज़रा थाम मैं कुछ सोच रहा हूँपहले बड़ी रगबत थी तेरे नाम से मुझको
अब सुनके तेरा नाम मैं कुछ सोच रहा हूँफिर आज 'अदम' शाम से ग़मग़ीं है तबीयत
फिर आज सर-ए-शाम मैं कुछ सोच रहा हूँ