कहीं किसी से शीशा टूटा ये दिल डर रहे है - The Indic Lyrics Database

कहीं किसी से शीशा टूटा ये दिल डर रहे है

गीतकार - | गायक - सपना मुखर्जी | संगीत - नदीम, श्रवण | फ़िल्म - ये प्यार ही तो है | वर्ष - 2001

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कहीं किसी से शीशा टूटा कहीं किसी का दिल
चोट लगी है किसे कहाँ पर कहना है मुश्किल
हा हा हा
ये दिल डर रहा है ये क्या कर रहा है
किसे ये मुहब्बत का नशा चढ़ रहा है
कहता है क्यूं सारा जहां ये खराब है
हर दर्द की है ये दवा ये शराब है
आँखों से मैं होंठों से आ तुझको पिलाऊं
ये दिल डर रहा है ...कैसी वफ़ा कैसी जफ़ा कैसा प्यार है
कसमें हैं क्या वादे हैं क्या कैसा यार है
झूठे सारे रिश्ते हैं आ तुझको बताऊं
ये दिल डर रहा है ...चाहा जिसे वो ना मिला क्यूं उदास है
ये हुस्न की कमसिन अदा तेरे पास है
दिलबर आ तुझ पे जवानी मैं लुटाऊं
ये दिल डर रहा है ...