कत्थई आँखोंवाली एक लडकी - The Indic Lyrics Database

कत्थई आँखोंवाली एक लडकी

गीतकार - जावेद अख्तर | गायक - कुमार सानू | संगीत - अनु मलिक | फ़िल्म - डुप्लिकेट | वर्ष - 1998

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कत्थई आँखोंवाली एक लड़की
एक ही बात पर बिगड़ती है
तुम मुझे क्यों नहीं मिले पहले
रोज ये कह कर मुझ से लड़ती है
गुस्से की वो तेज है लेकिन दिल की बेहद अच्छी है
वो कलियों से भी नाजुक है और शहद से मीठी है
चेहरे पर हैं नर्म उजाले, बालों में काली रातें
हँस दे वो तो मोती बरसे, फूलों जैसी हैं बातें
मुझ को तुम से प्यार नहीं है, रूठ के मुझ से कहती है
लेकिन हर कागज पर मेरा नाम वो लिखती रहती है
मैं भी उसका दीवाना हूँ, कैसे उस को समझाऊँ
मुझ से मिलना छोड़ दे वो तो, मैं एक दिन में मर जाऊँ