ज़िन्दगी हँसने गाने के लिए है पल दो पल - The Indic Lyrics Database

ज़िन्दगी हँसने गाने के लिए है पल दो पल

गीतकार - साहिर लुधियानवी | गायक - किशोर कुमार | संगीत - रवि | फ़िल्म - आदमी और इंसान | वर्ष - 1969

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ज़िन्दगी हँसने गाने के लिए है पल दो पल
इसे खोना नहीं, खो के रोना नहीं
तेरे गिरने में भी तेरी हार नहीं
के तू आदमी है अवतार नहीं
जो हो देस वो भेस बना प्यारे
चले जैसे भी काम चला प्यारे
प्यारे तू ग़म ना कर
जहाँ सच ना चले वहाँ झूठ सही
जहाँ हक ना मिले वहाँ लूट सही
यहाँ चोर हैं सब कोई नहीं साध नहीं
सुख ढूँढ ले सुख अपराध नहीं