ज़िन्दगी एक सफर है सुहाना - The Indic Lyrics Database

ज़िन्दगी एक सफर है सुहाना

गीतकार - साहिर लुधियानवी | गायक - किशोर कुमार | संगीत - शंकर जयकिशन | फ़िल्म - ज़मीर | वर्ष - 1975

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ज़िन्दगी एक सफ़र है सुहाना
यहाँ कल क्या हो किसने जाना
चाँद-तारों से चलना है आगे
आसमानों से बढ़ना है आगे
पीछे रह जाएगा ये ज़माना
हँसते गाते जहां से गुज़र
दुनिया की तू पर्वा न कर
मुस्कुराते हुए दिन बिताना
मौत आनी है आएगी एक दिन
जान जानी है जाएगी एक दिन
ऐसी बातों से क्या घबराना