सारे जहाँ की अमानत है ये - The Indic Lyrics Database

सारे जहाँ की अमानत है ये

गीतकार - | गायक - किशोर कुमार | संगीत - बप्पी लाहिड़ी | फ़िल्म - अरमान | वर्ष - 1981

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जीवन मिटाना है दीवानापन
कोई प्यार जीवन से प्यारा नहीं
प्यारा नहीं
आ, ह हा अहासारे जहाँ की अमानत है ये
ये जीवन तुम्हारा तुम्हारा नहीं
हैं जीने के लाखों सहारे यहाँ
बस एक ही तो सहारा नहीं
आ, ह हा अहाअगर कोई दुनिया से रूठे तो क्या
कोई फूल खिलते ही टूटे तो क्या
सितारे हज़ारों हैं आकाश पर
बस एक ही तो सितारा नहीं
आ, ह हा अहाकिसी के इरादों के ख़ातिर जियो
किसी के मुरादों के ख़ातिर जियो
है यादों में जीना भी तो ज़िंदगी
जीना तुम्हें क्यों गवारा नहीं
आ, ह हा अहाकैसी उदासी है कैसा है सोग
जीवन में आते हैं जाते हैं लोग
नया कोई साथी खड़ा राहों में
उसे प्यार से क्यों पुकारा नहीं
आ, ह हा अहा