सावनिया सांझा में अंबर झार आई - The Indic Lyrics Database

सावनिया सांझा में अंबर झार आई

गीतकार - वसंत देवी | गायक - रघुनंदन पंशिकर, किशोरी अमोनकर | संगीत - किशोरी अमोनकर | फ़िल्म - दृष्टि | वर्ष - 1990

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सावनिया संझा में
सावनिया संझा में अम्बर झर आई
का चाल चलत कान, राधा भरमाई
सावनिया संझा मेंलाग गई माथे में बूँदन की बिंदिया
राधा के रोम-रोम जूही खिल आई
सावनिया संझा मेंजला का है बेला
जला का है बेला, या लपटों का मेला
मोरे पंग परस तरक न ही संजाई
सावनिया संझा मेंबाजत घन म्रिदंग, बाजत घन म्रिदंग
बाजत घन म्रिदंग, गूँजत सब अंग अंग -२
राधा ने काया की बाँसुरी बजाई
सावनिया संझा में अम्बर झर आई
का चाल चलत कान, राधा भरमाई
सावनिया संझा में