मौसम आया रंगीं बाजी है कहीं सुरीली बिं - The Indic Lyrics Database

मौसम आया रंगीं बाजी है कहीं सुरीली बिं

गीतकार - अजीज कश्मीरी | गायक - सहगान, सतीश बत्रा, सुलोचना कदम | संगीत - श्यामसुंदर | फ़िल्म - ढोलक | वर्ष - 1951

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सु : मौसम आया है रंगीन
बजी है कहीं सुरीली बीन
ऐसे में हौले हौले हौले हौले आ
सु स : ( मौसम आया है रंगीन
बजी है कहीं सुरीली बीन
ऐसे में हौले हौले हौले हौले आ ) -२सु : फूल खिले कलियाँ शरमाईं
रुत मस्ती की आ गई
रुत आ गई
स को : रुत आ गई
सु : नीले-नीले अम्बर पर
बिन पूछे बदली छा गई
हो छा गई
सु को : हो छा गई
सु : खिला है ख़ुशियों का बाज़ार
करेंगे नैनों का व्योपार
ऐसे में हौले हौले हौले हौले आ
स को : मौसम आया है रंगीन
बजी है कहीं सुरीली बीन
ऐसे में हौले हौले हौले हौले आसु : झूम रही है डाली-डाली
झूम रहा मन मेरा रे
मन मेरा रे
स को : मन मेरा रे
सु : दो नैननों से ओझल
उस का नैनन बीच बसेरा रे
बसेरा रे
स को : बसेरा रेसु : करेंगे चाहत का इकरार
किसी की जीत किसी की हार
ऐसे में हौले हौले हौले हौले आ
स को : मौसम आया है रंगीन
बजी है कहीं सुरीली बीन
ऐसे में हौले हौले हौले हौले आ