आशा निराशा से जीवन पुरुष आए - The Indic Lyrics Database

आशा निराशा से जीवन पुरुष आए

गीतकार - समीर | गायक - अनुराधा पौडवाल | संगीत - आनंद, मिलिंद | फ़िल्म - मिस्टर बॉन्ड | वर्ष - 1992

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आशा निराशा तो जीवन में आए होनी को कोई रोक न सके
डर के न रुक जाना बढ़ते जाना
हारेंगे न हिम्मत कभी ले लें चलो हम कसम
आशा निराशा तो ...मौसम बदलता रहेगा ये दौर चलता रहेगा
दो घड़ी का अंधेरा आयेगा फिर सवेरा
ये वक़्त तो रुकता नहीं अम्बर कभी झुकता नहीं
आंधी से तूफ़ां से न घबराना
हारेंगे न हिम्मत ...काँटों में भी गुल खिलेंगे ग़म की भी गुल खुशी है
आँसू के पीछे हँसी है
उम्मीद को खोना नहीं मायूस तुम होना नहीं
मुश्किल की घड़ियों में तुम मुस्कराना
हारेंगे न हिम्मत ...