करवटें बदलते रहे, सारी रात हम - The Indic Lyrics Database

करवटें बदलते रहे, सारी रात हम

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - लता - किशोर | संगीत - राहुल देव बर्मन | फ़िल्म - आप की कसम | वर्ष - 1974

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करवटें बदलते रहे, सारी रात हम
आप की कसम, आप की कसम
गम ना करो, दिन जुदाई के बहोत हैं कम
आप की कसम, आप की कसम
याद तुम आते रहे, एक हूक सी उठती रही
नींद मुझ से, नींद से मैं, भागती छुपती रही
रात भर बैरन निगोड़ी चांदनी चुभती रही
आग सी जलती रही, गिरती रही शबनम
झील सी आँखों में आशिक डूब के खो जाएगा
जुल्फ के साये में दिल, अरमा भरा सो जाएगा
तुम चले जाओ, नहीं तो कुछ ना कुछ हो जाएगा
डगमगा जायेंगे ऐसे हाल में कदम
रूठ जाए हम तो तुम हमको मना लेना सनम
दूर हो तो पास हमको, तुम बुला लेना सनम
कुछ गिला हो तो गले हमको लगा लेना सनम
टूट ना जाए कभी ये प्यार की कसम