जिंदा हूँ इस तरह के गम-ए-ज़िन्दगी नहीं - The Indic Lyrics Database

जिंदा हूँ इस तरह के गम-ए-ज़िन्दगी नहीं

गीतकार - बेहज़ाद लखनवी | गायक - मुकेश | संगीत - राम गांगुली | फ़िल्म - लूटेरा | वर्ष - 2013

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ज़िंदा हूँ इस तरह की ग़म-ए-ज़िंदगी नहीं
जलता हुआ दिया हूँ मगर रोशनी नहीं
वो मुद्दतें हुईं हैं किसीसे जुदा हुए
लेकिन ये दिल की आग अभी तक बुझी नहीं
आने को आ चुका था किनारा भी सामने
खुद उस के पास ही मेरी नैय्या गई नहीं
होंठों के पास आए हँसी, क्या मजाल है
दिल का मुआमला है कोई दिल्लगी नहीं
ये चाँद ये हवा ये फ़ज़ा, सब हैं मंद मंद
जो तू नहीं तो इन में कोई दिलकशी नहीं