ज़िद न करो अब तो रुको - The Indic Lyrics Database

ज़िद न करो अब तो रुको

गीतकार - गुलजार | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - बप्पी लाहिरी | फ़िल्म - गुलामी | वर्ष - 1985

View in Roman

ज़िद न करो अब तो रुको ये रात नहीं आयेगी
माना अगर कहना मेरा तुमको वफ़ा आ जायेगी
तनहाई है और तू भी है, चाहा वही मिल गया
लग जा गले खुश्बू तेरी तनमन मेरा महकायेगी
सजना मेरे चुनरी जरा मुख पे मेरे डाल दो
देखा अगर खुल के तूने तुमको नज़र लग जायेगी