सात अजुबे इस दुनिया में धर्म विर की जोड़ी - The Indic Lyrics Database

सात अजुबे इस दुनिया में धर्म विर की जोड़ी

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - मोहम्मद रफ़ी, मुकेश | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - धरम-वीर | वर्ष - 1977

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र : सात अजूबे इस दुनिया में आठवीं अपनी जोड़ी
मु : सात अजूबे इस ...
दो : अरे तोड़े से भी टूटे ना ये धरम-वीर की जोड़ी
हो हो हो -३
मु : सात अजूबे इस ...
दो : अरे तोड़े से ...र : कोई तुझको दे आवाज़ तो मैं बोलूँ
मु : कोई तुझे पुकारे तो मैं लब खोलूँ
र : क्या जीना और क्या मर जाना
मु : ऐसा होता है याराना
दो : अरे छोड़ी यारों ने दुनिया पर यार की बाँह न छोड़ी
हो हो हो -३मु : ये लड़की है या रेशम की डोर है
र : कितना ग़ुस्सा है कितनी मुँहज़ोर है
मु : ढीला छोड़ ना देना हँस के
र : रखना दोस्त लगाम कस के
दो : अरे मुश्किल से काबू में आए थोड़ी ढील जो छोड़ी
हो हो हो -३
र : सात अजूबे इस ...
मु : अरे तोड़े से ...
को : आ आ आर : दुख-सुख के हम साथी हैं ये वादा है
मु : अपना जो कुछ है सब आधा-आधा है
र : जो ये सच्चा वादा है तो सब-कुछ आधा-आधा है तो
अरे रानी माँ से मुझको भी ममता मिल जाए थोड़ी
को : आ आ आ
र : सात अजूबे इस ...
मु : सात अजूबे इस ...
दो : अरे तोड़े से ...
हो हो हो -३
को : आ आ आ