देखिये अजी जान ए मन बोलिये मेहराबान - The Indic Lyrics Database

देखिये अजी जान ए मन बोलिये मेहराबान

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - अलका याज्ञनिक, उदित नारायण | संगीत - राजेश रोशन | फ़िल्म - क्या कहना | वर्ष - 1999

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देखिये अजी जान-ए-मन
बोलिये मेहरबां
हमसे यूं मत खेलिए
क्यूं भला जान-ए-जां
टूट के रह जाएगी प्यार में मेरी जां
देखिये अजी जान-ए-मन ...टूट के रह जा.एन्गे हम भी तो मेरी जां
आ मानती हूँ मैं थी मेरी खता जो तुम्हें ना समझी
जो हुआ सनम सो हुआ सनम भूल जाओ न जी
अब तो सिवा तुम्हारे नहीं कुछ भी याद जानम
आ एक दूसरे में खो जाएं आज हमदम
यूं मिलें दो बदन फिर न खोलें ज़ुबां
देखिये अजी जान-ए-मन ...आज बाहों के इस भंवर में हम ऐसे डूब जाएं
अपने आप को ढूंढते रहें और न ढूंढ पाएं
मेरी तरह से तुम भी सब कुछ लुटा दो जानम
अब जो है पास मेरे सब है तुम्हारा हमदम
अरे यूं लगा आज धरती पे गिर पड़ा आसमां
देखिये अजी जान-ए-मन ...