तू मुझे कुबुल मैं तुझे कुबुल खुदा गवाह - The Indic Lyrics Database

तू मुझे कुबुल मैं तुझे कुबुल खुदा गवाह

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - कविता कृष्णमूर्ति, मोहम्मद अज़ीज़ | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - खुदा गवाह | वर्ष - 1992

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तू मुझे कबूल मैं तुझे कबूल -२
इस बात का ( ख़ुदा गवाह ) -२
अपनी बात से जो मुकर गया -२
तू वो बेवफ़ा गवाह ख़ुदा ( ख़ुदा गवाह ) -२शिकवा भी है ये फ़रियाद भी
आई न तुझे कभी जिसकी याद भी
वो बदनसीब आज भी तेरा -२
देखे रास्ता गवाह ख़ुदा ( ख़ुदा गवाह ) -२
तू मुझे कबूल ...मिट्टी तो नहीं दामन से झाड़ दी
चिट्ठी तो नहीं पढ़ के फाड़ दो
तोड़ने से भी टूटता नहीं -२
रिश्ता खून का गवाह ख़ुदा ( ख़ुदा गवाह ) -२
तू मुझे कबूल ...ऐसा तो कभी होता नहीं
गैरों के लिए कोई रोता नहीं
तेरी आँखों में मेरे आँसू आ गए -२
आया याद क्या गवाह ख़ुदा ख़ुदा गवाह
तू मुझे कबूल ...अपनी बात से जो मुकर गई -२
तू वो बेवफ़ा गवाह ख़ुदा ( ख़ुदा गवाह ) -२हूँ तू मुझे कबूल मैं तुझे कबूल -२
इस बात का ( ख़ुदा गवाह ) -२
येई येई येई तेरे मेरे प्यार की -२
इस बारात का ( ख़ुदा गवाह ) -२हो कोई गुलाम चाहे बादशाह
इश्क़ के बग़ैर ज़िन्दगी नहीं
बस ये सोचकर मैने जान दी
यानी दिल दिया ( ख़ुदा गवाह ) -२आईना हूँ मैं ना तोड़ना मुझे
तोड़ना मगर न छोड़ना मुझे
कहना यही मेरी जान तुझे बल्ले बल्ले
कहना यही मेरी जान मुझे
तूने कह दिया ( ख़ुदा गवाह ) -२
तू मुझे कबूल ...तेरे नाम का मैं क़लमा पढ़ूं
रात दिन तुझे याद मैं करूं
हो याद करने से वेई वेई क्या फ़ायदा
मुझको भूल जा मेरी जात से
मैं नहीं ख़ुदा ( ख़ुदा गवाह ) -२
तू मुझे कबूल ...