हम जी लेंगे बिन तुम्हारे क्यूंकि तुम मेरी जिंदगी हो - The Indic Lyrics Database

हम जी लेंगे बिन तुम्हारे क्यूंकि तुम मेरी जिंदगी हो

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - लता मंगेशकर, मुकेश | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - दिल्लगी | वर्ष - 1966

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मु : हम जी लेंगे बिन तुम्हारे तुम फिर ये कभी न कहना
मेरी जाँ क्यूँकि तुम मेरी ज़िन्दगी हो
तुम मेरी मेरी ज़िन्दगी हो
ल : तुम जाओ कहीं भी प्यारे मेरे दिल के क़रीब रहना
सजना क्यूँकि तुम मेरी ज़िन्दगी हो
तुम मेरी मेरी ज़िन्दगी होमु : आती बहारें न गुल कभी खिलते
तुम ज़िन्दगी में जो हमसे न मिलते
ल : यूँ मेरे दिल में तुम आए हो मचल के
उलझा दे आँचल हवा जैसे चल के
मु : लटें हिल रही हैं कुछ ऐसे तुम्हारी
अभी है तसल्ली अभी बेक़रारी
ल : मेरे पास आओ ये नाज़ुक घड़ी है
कोई शै मेरे दिल के पीछे पड़ी है
मेरे अरमाँ मेरे सहारे मेरे दिल के क़रीब रहना
सजना क्यूँकि तुम मेरी ...
मु :तुम मेरी मेरी ज़िन्दगी होल : दुनिया है क़ातिल पकड़ लो ये बाँहें
रोके खड़ी हैं मुहब्बत की राहें
मु : जो तेरी धुन में निकल पड़े घर से
वो क्या रुकेंगे ज़माने के डर से
ल : यहाँ इश्क़ को क़त्ल होते ही देखा
सदा हुस्न को छुपकर रोते ही देखा
मु : हमें तुमने चाहा तो कैसे मिटेंगे
नज़र डाल दोगी तो हम जी उठेंगे
मर जाएंगे ग़म के मारे तुम फिर ये कभी न कहना
मेरी जाँ क्यूँकि तुम मेरी ज़िन्दगी हो ...
ल : तुम मेरी मेरी ज़िन्दगी हो
दो : तुम मेरी मेरी ज़िन्दगी हो -२