कुछ मेरी नज़र मदहोश है - The Indic Lyrics Database

कुछ मेरी नज़र मदहोश है

गीतकार - प्रेम धवन | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - चित्रगुप्त | फ़िल्म - मैडम XYZ | वर्ष - 1959

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कुछ मेरी नज़र मदहोश है कुछ तेरी नज़र मस्तानी
मिलते ही ये निगाहें मैं तो होने लगी दीवानीतू ही बता दिल से मेरे कैसी सदा ये आई
सपने मेरे अरमाँ मेरे लेने लगी अँगड़ाई
कभी झूमूँ मैं कभी गाऊँ मैं
हुई अपने से भी बेगानी
कुछ मेरी नज़र मदहोश है ...जलने लगे मन में दिये देखी निराली राहें
जाने कहाँ राहें नईं मुझको पिया ले जाएँ
कैसा जादू है कैसी मस्ती है
हो न जाए कोई नादानी
कुछ मेरी नज़र मदहोश है ...