अपनी अपनी क़िसमत है - The Indic Lyrics Database

अपनी अपनी क़िसमत है

गीतकार - अजीज कश्मीरी | गायक - लता | संगीत - बुलो सी रानी | फ़िल्म - वफा | वर्ष - 1950

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अपनी अपनी क़िसमत है
अपनी अपनी क़िसमत है आबाद कोई बरबाद कोई
हाँ अपनी अपनी क़िसमत है

इक वो हैं जिनके होंठों पर खुशियों के तराने रहते हैं
इक हम हैं जिनकी आँखों में अशकों के फ़साने रहते हैं
(है शाद कोई नाशाद कोई)-2
हाय अपनी अपनी क़िसमत है, आबाद कोई बरबाद कोई
हाँ अपनी अपनी क़िसमत है

इक वो हैं जिनके गुलशन में हर रोज़ बहारें आती है
इक हम हैं जिनकी आशाएन पग पग पे कुचली जाती है
(है शाद कोई नाशाद कोई)-2
हाय अपनी अपनी क़िसमत है, आबाद कोई बरबाद कोई
हाँ अपनी अपनी क़िसमत है$