वो दूर जो नदिया बहती है - The Indic Lyrics Database

वो दूर जो नदिया बहती है

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - मोहम्मद रफ़ी, लता मंगेशकर | संगीत - चित्रगुप्त | फ़िल्म - बरखा | वर्ष - 1959

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र : वो दूर जो नदिया बहती है वहाँ इक अलबेली रहती है
ल : सुन भैया वही मेरी भाभी है गोरा मुखड़ा है गाल गुलाबी हैंदेखो उस पीपल के नीचे कोई मस्त खड़ा है अँखियाँ मींचे
र : मत देख उठा के ले जाएगा तुझे अपना बना के ले जाएगादेखो बादल आवारा फिरता है क्यों मारा मारा
ल : मैं जान गई ये बेचारा है मेरे भैया जैसा कुँवारा हैर : वो पंछी जो उड़ता जाता है मीठी धुन में कुछ गाता है
ल : कहता है तू पी घर जाएगी फिर भैया को याद न आएगीर : चल ऐसी ज़ुबाँ पर बात न ला हँसते हँसते पी के घर जा
तेरी राखी की लाज निभाऊँगा जीते जी न तुझको भुलाऊँगा