गीतकार - संतोष आनंद | गायक - कुमार शानू, सहगान | संगीत - अनु मलिक | फ़िल्म - नागमणि | वर्ष - 1991
View in Romanजय भोले जय भंडारी तेरी है महिमा न्यारी -२
तेरी मोहनी मूरत लगे है प्यारी -२
जय भोले जय भंडारी ...कण कण में है तेरा वास प्रभु
है तीनों लोक में तू तू
जल में है थल में नभ में पवन में तेरी छवि है समाई
डमरू की धुन में झूमें है सृSटि महिमा कैसी रचाई
तेरी जय जय करे दुनिया सारी
जय भोले जय भंडारी ...ओम हरि -४
जिसने भी तेरा ध्यान किया
उसको सुख का वरदान दिया
दानी है वरदानी है भोले बाबा भक्ति पर उपकार तेरा
रावण को दे डाली सोने की लंका किया आप पर्वत पे डेरा
नहीं दूजा कोई तुम सा उपकारी
जय भोले जय भंडारी ...