मिल गई आसमान से ज़मीं - The Indic Lyrics Database

मिल गई आसमान से ज़मीं

गीतकार - तनवीर नकवी | गायक - नसीम बेगम, मेहदी हसन | संगीत - खुर्शीद अनवर | फ़िल्म - पराई आग (पाकिस्तानी-फिल्म) | वर्ष - 1971

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न : मिल गई आसमाँ से ज़मीं
मुझको आता नहीं है यक़ीं
यूँ ज़माने में होता नहीं
मिल गई आसमाँ से ज़मींएक मेरी ख़ुशी के लिये
जल उठेंगे हज़ारों दिये
शेह्र-ए-दिल में यूँ ही उम्र भर
तुम रहोगे उजाला किये
ज़िंदगी होगी इतनी हसीं
यूँ ज़माने में होता नहीं
मिल गई आसमाँ से ज़मींमे : मेरी जाँ मेरी दुनिया है तू
मुझको है तेरी ही आरज़ू
माह-ओ-अंजुम तेरा अक्स हैं
तुझसे है रोशनी चार-सू
तू हसीं तेरा दिल भी हसीं
यूँ ज़माने में होता नहीं
दो : मिल गई आसमाँ से ज़मींन : मुझको समझोगे तुम अपनी जाँ
और बसाओगे मेरा जहाँ
वहम में भी नहीं था मेरे
मुझपे हो जाओगे मेहरबाँ
ख़ाब तो ये नहीं है कहीं
यूँ ज़माने में होता नहीं
मिल गई आसमाँ से ज़मीं