उम्मीद तड़ापती है रोटी हैं तमन्नाएं - The Indic Lyrics Database

उम्मीद तड़ापती है रोटी हैं तमन्नाएं

गीतकार - कमर जलालाबादी | गायक - नसीम अख्तर | संगीत - पं. गोविन्दराम | फ़िल्म - पगली | वर्ष - 1943

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( उम्मीद तड़पती है ) -२ रोती हैं तमन्नाएँ
दुनिया का इशारा है दुनिया से चले जाएँइस हुस्न की महफ़िल में हम आए तो क्यों आए
या वो ही बनें अपने या हम ही चले जाएँमनज़िल पे जिन्हें आकर मनज़िल न नज़र आए
वो भूले हुए राही जाएँ तो किधर जाएँजब अश्क मचलते हैं इक दर्द सा उठता है
तुम आँख को समझाओ हम दर्द को समझाएँ