ताजमहल तूने हि सदा दी हैं - The Indic Lyrics Database

ताजमहल तूने हि सदा दी हैं

गीतकार - नक़्श लायलपुरी, सैयद गुलरेज़? | गायक - हरिहरन, प्रीति उत्तम | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - ताज महल | वर्ष - 2005

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को : ताजमहलप्री : दिलरुबा -३
ह : मुमताज़ -२
तूने ही सदा दी है
प्री : दिलरुबा
ह : तूने ही बुलाया है
प्री : दिलरुबा
ह : फिर ताज की बाँहों में दिल खींच के लाया है
हर सिम्त तेरा चेहरा मुमताजमहल देखाको : आऽ
ह : हर सिम्त तेरा चेहरा मुमताजमहल देखा
को : मुमताज तुझे देखा जब ताज़महल देखा
फिर आज की आँखों से गुज़रा हुआ कल देखा
को : ताजमहल -३