ज़रा सी दिल में जगा तू - The Indic Lyrics Database

ज़रा सी दिल में जगा तू

गीतकार - समीर | गायक - केके | संगीत - प्रीतम | फ़िल्म - रहना है तेरे दिल में | वर्ष - 2001

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ज़रा सी दिल में जगा तू
ज़रा सा अपना ले बना
ज़रा ख़्वाबों में सजा तू
ज़रा सा यादों में बसा
मैं चाहूँ तुझको मेरी जां बेपनाह
फ़िदा हूँ तुझपे मेरी जां बेपनाह
मैं तेरे, मैं तेरे क़दमों में रख दूँ ये जहां
मेरा इश्क़ दीवानगी
है नहीं, है नहीं आशिक़ कोई मुझसा तेरा
तू मेरे लिए बन्दगी
कह भी दे, कह भी दे दिल में तेरा जो है छुपा
ख़्वाहिश है जो तेरी
रख नहीं, रख नहीं पर्दा कोई मुझसे ए जान
कर ले तू मेरा यकीं
(क्यों इतना मुझसे है ख़फ़ा तू
कि मैंने ऐसी क्या ख़ता
क्यों इतना मुझसे है जुदा तू
क्या तेरे दिल में है बता
अब मेरी मंज़िल के और मेरे दरमियां
बस ज़रा सा बचा है फ़ासला
ऐसे में दामन छुड़ा के तू ना जा
बिन तेरे हर ख़ुशी है बेवजह )