जरा सी आहट होती है तो दिल सोचता है - The Indic Lyrics Database

जरा सी आहट होती है तो दिल सोचता है

गीतकार - सईद क़ादरी | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - मदन मोहन | फ़िल्म - जन्नत | वर्ष - 2008

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ज़रा सी आहट होती है तो दिल सोचता है
कहीं ये वो तो नहीं, कहीं ये वो तो नहीं
छूप के सीने में कोई जैसे सदा देता है
शाम से पहले दिया दिल का जला देता है
है उसी की ये सदा, है उसी की ये अदा
कहीं ये वो तो नहीं
शक्ल फिरती है निगाहों में वही प्यारी सी
मेरी नस नस में मचलने लगी चिंगारी सी
छू गई जिस्म मेरा किसके दामन की हवा
कहीं ये वो तो नहीं