गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - लता - एस्. पी. बालसुब्रमण्यम | संगीत - लक्ष्मीकांत प्यारेलाल | फ़िल्म - एक दूजे के लिए | वर्ष - 1981
View in Romanहम तुम दोनों जब मिल जाएंगे
एक नया इतिहास बनाएंगे
और अगर हम ना मिल पाए तो
तो भी एक नया इतिहास बनाएंगे
साल महीने हार गए
दिल जीत गया और जुदाई का लो एक दिन बीत गया
गिन गिन के ये दूरी के दिन यूँ जेना मुश्किल है लेकिन
हम फिर भी जी कर दिखलाएंगे
दुनिया में कितने लोगों ने प्रेम किया
दुनिया ने कितने प्रेमों का ख़ून पिया
प्यासी तलवार नहीं रूकती
क्यों इसकी प्यास नहीं बुझती
हम दुनिया की प्यास बुझाएंगे
फिर ये दिल दिनरात तड़पाता रहता है
जब हम से बेदर्द ज़माना कहता है
मिल ना पाए जो ख़्वाबों में
कितने हैं नाम किताबों में
हम उनमें क्यों नाम लिखाएंगे