एक दाल पर तोता बोले एक दाल पर मैना - The Indic Lyrics Database

एक दाल पर तोता बोले एक दाल पर मैना

गीतकार - इंद्रजीत सिंह तुलसी | गायक - मोहम्मद रफ़ी, लता मंगेशकर | संगीत - रवींद्र जैन | फ़िल्म - चोर मचाये शोर | वर्ष - 1974

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र : ( एक डाल पर तोता बोले ) -२ एक डाल पर मैना
दूर-दूर बैठे हैं लेकिन प्यार तो फिर भी है ना
बोलो है ना है ना है नाल : ओ ओ ओ ओ एक डाल पर तोता बोले एक डाल पर मैना
मैं तेरे नैनों की निंदिया तू मेरे दिल का चैना
बोलो है ना है ना है ना
दो : एक डाल पर तोता बोलेल : ये क्या मुझको हो गया साजन कभी रोऊँ कभी गाऊँ
पेड़ से लिपती बेल जो देखूँ लाज से मर-मर जाऊँ
र : ये पागलपन कैसा कब से हो गया ऐसा
ल : बिन बतलाए समझो साजन आज नहीं कुछ कहना
बोलो है ना है ना है ना
दो : एक डाल पर तोता बोले ...र : आँधी आए तूफ़ाँ आए या बरसें बरसातें
इक दूजे के हो जाएं हम ख़त्म न हो दिन-रातें
ल : ( ख़त्म न हो दिन-रातें ) -२ ( मीठी प्यार की बातें ) -२
र : होंठ अगर ख़ामोश रहें तो बोल उठेंगे नैना
बोलो है ना है ना है ना
दो : एक डाल पर तोता बोले ...ल : जनम-जनम की प्यास रे साजन पल में बुझेगी कैसे
जीवन भर ये संग न छूटे अंग लगा लो ऐसे
र : आ मिल जाएँ ऐसे सागर नदिया जैसे
दो : सीख लिया है प्यार में हमने मिटकर ज़िन्दा रहना
बोलो है ना है ना है ना
एक डाल पर तोता बोले ...