तारे खिले आई रात ये दुनिया जाने ना - The Indic Lyrics Database

तारे खिले आई रात ये दुनिया जाने ना

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - मदन मोहन | फ़िल्म - बागी | वर्ष - 1953

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( तारे खिले आई रात
तेरी मेरी बात
ये दुनिया जाने ना जाने ना जाने ना ) -२
तारे खिले आई रात( मेरी दुनिया के इन चाँद-तारों में आ
ओ बहारों में आ
इन नज़ारों में आ ) -२
ओ मौसम नशे में चूर
निकल चलें दूर
ये दुनिया जाने ना जाने ना जाने ना
तारे खिले आई रात
तेरी मेरी बात
ये दुनिया जाने ना जाने ना जाने ना
तारे खिले आई रात( आ मेरे दास्ताँ बन के आ
अरमाँ बन के आ
मेरी जाँ बन के आ ) -२
आँखों से दिल की हो बात
ग़ुज़र जाये रात
ये दुनिया जाने ना जाने ना जाने ना
तारे खिले आई रात
तेरी मेरी बात
ये दुनिया जाने ना जाने ना जाने ना
तारे खिले आई रात