हम तुम - The Indic Lyrics Database

हम तुम

गीतकार - प्रसून जोशी | गायक - अलका याज्ञिक - बाबुल सुप्रियो | संगीत - जतिन - ललित | फ़िल्म - हुम तुम | वर्ष - 2004

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साँसों को साँसों में ढलने दो ज़रा
धीमी सी धड़कन को बढ़ने दो ज़रा
लम्हों की गुज़ारिश है ये
पास आ जाएँ
हम, हम-तुम
तुम, हम-तुम
आँखों में हमको उतरने दो ज़रा
बाहों में हमको पिघलने दो ज़रा
लम्हों की गुज़ारिश है ये
पास आ जाएँ
हम, हम-तुम
तुम, हम-तुम
सलवटे कहीं, करवटें कहीं
फैल जाए काजल भी तेरा
नज़रों में हो गुज़रता हुआ
ख़्वाबों का कोई क़ाफ़िला
जिस्मों को, रूहों को जलने दो ज़रा
शर्मो-हया को मचलने दो ज़रा
लम्हों की गुज़ारिश है ये
पास आ जाएँ
हम, हम-तुम
तुम, हम-तुम
छू लो बदन मगर इस तरह
जैसे सुरीला साज़ हो
अंधेरे छुपे तेरी ज़ुल्फ़ में
खोलो कि रात आज़ाद हो
आँचल को सीने से ढलने दो ज़रा
शबनम की बूँदें फिसलने दो ज़रा
लम्हों की गुज़ारिश है ये
पास आ जाएँ
हम, हम-तुम
तुम, हम-तुम