कत्थई आंखों वाली इक लड़की - The Indic Lyrics Database

कत्थई आंखों वाली इक लड़की

गीतकार - जावेद अख्तर | गायक - कुमार सानू | संगीत - अनु मलिक | फ़िल्म - डुप्लिकेट | वर्ष - 1998

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कत्थई आँखों वाली इक लड़की
एक ही बात पर बिगड़ती है( कत्थई आँखों वाली इक लड़की
एक ही बात पर बिगड़ती है
तुम मुझे क्यों नहीं मिले पहले
रोज कह कर मुझसे लड़ती है ) -२कत्थई आँखों वाली इक लड़कीhummingग़ुस्से की वो तेज़ है लेकिन दिल की बेहद अच्छी है
वो कलियों से भी नाज़ुक है और शहद से मीठी है
चेहरे पर हैं नर्म उजाले बालों में काली रातें -२
हँस दे वो तो मोती बरसें फूलों जैसी हैं बातेंhummingकत्थई आँखों वाली इक लड़की
एक ही बात पर बिगड़ती है
तुम मुझे क्यों नहीं मिले पहले
रोज कह कर मुझसे लड़ती हैकत्थई आँखों वाली इक लड़कीhummingमुझको तुमसे प्यार नहीं है रूठ के मुझसे कहती है
लेकिन हर कागज़ पर मेरा नाम वो लिखती रहती है
मैं भी उसका दीवाना हूँ कैसे उसको समझाऊँ -२
मुझसे मिलना छोड़ दे वो तो मैं एक दिन में मर जाऊँhummingकत्थई आँखों वाली इक लड़की
एक ही बात पर बिगड़ती है
तुम मुझे क्यों नहीं मिले पहले
रोज कह कर मुझसे लड़ती हैकत्थई आँखों वाली इक लड़कीhumming