तू जो मेरे सुर में सुर मिला ले - The Indic Lyrics Database

तू जो मेरे सुर में सुर मिला ले

गीतकार - रवींद्र जैन | गायक - येसुदास, हेमलता | संगीत - रवींद्र जैन | फ़िल्म - चितचोर | वर्ष - 1976

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ये: तू जो मेरे सुर में -२
सुर मिला ले, संग गा ले
तो ज़िंदगी हो जाए सफ़ल
हे: तू जो मेरे मन का -२
घर बना ले, मन लगा ले
तो बंदगी हो जाए सफ़ल
दोनों: तू जो मेरे सुर मेंये: चाँदनी रातों में, हाथ लिए हाथों में
हे: चाँदनी रातों में, हाथ लिए हाथों में
दोनों: डूबे रहें एक दूसरे की, रस भरी बातों में
ये: तू जो मेरे संग में -२
मुस्कुरा ले, गुनगुना ले
तो ज़िंदगी हो जाए सफ़लहे: तू जो मेरे मन का...
दोनों: तू जो मेरे सुर में...हे: क्यों हम बहारों से, खुशियाँ उधार लें
ये: क्यों हम बहारों से, खुशियाँ उधार लें
दोनों: क्यों न मिलके हम खुद ही अपना जीवन सुधार लें
हे: तू जो मेरे पथ में -२
दीप गा ले ओ उजाले
तो बंदगी हो जाए सफ़लये: तू जो मेरे सुर में -२
सुर मिला ले, संग गा ले
तो ज़िंदगी हो जाए सफ़ल