जब फागुन रंग झमकाते हों - The Indic Lyrics Database

जब फागुन रंग झमकाते हों

गीतकार - नज़ीर अकबराबादी | गायक - छाया गांगुली | संगीत - मुजफ्फर अली | फ़िल्म - हुस्न-ए-जाना (गैर फिल्म) | वर्ष - 1997

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जब फागुन रंग झमकते हों
तब देख बहारें होली कीपरियों के रंग दमकते हों
ख़ुम शीशे जाम छलकते हों
महबूब नशे में छकते हों
जब फागुन रंग झमकते होंनाच रंगीली परियों का
कुछ भीगी तानें होली की
कुछ तबले खड़कें रंग भरे
कुछ घुँघरू ताल छनकते हों
जब फागुन रंग झमकते होंमुँह लाल गुलाबी आँखें हों
और हाथों में पिचकारी हो
उस रंग भरी पिचकारी को
अँगिया पर तक के मारी हो
सीनों से रंग ढलकते हों
तब देख बहारें होली कीजब फागुन रंग झमकते हों
तब देख बहारें होली की