मोर बालपन के साथी - The Indic Lyrics Database

मोर बालपन के साथी

गीतकार - पंडित इंद्र | गायक - खुर्शीद, के एल सहगल | संगीत - खेमचंद प्रकाश | फ़िल्म - तानसेन | वर्ष - 1943

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खु: (मोरे बालपन के साथी छैला भूल जैयो ना
Sऐ: क्यों गीत बिरहा के गाती मैना भूल जैयो ना)-२खु: (कभी ना झूले बाग हिंदोले कभी ना बैठे छाँव रे)-२
(कभी ना पूछी बात जिया की)-२
(काहे चले पर गाँव रे)-२
सै: तू क्यों इतना घबराती,
(बिछड़ी जोड़ी मिल जाती मैना भूल जैयो ना)-२
खु: मोरे बालपन के साथी छैला भूल जैयो नासै: (दिल के दर्पण मा ही सजनिया लूँगा तुझे निहार रे)-२
(जब घिर आये सावन भादो)-२
(लीजो हमें पुकार रे)-२
खु: मोरे साथी ना घबराती तोरी मैना रो रो गाती
छैला भूल जैयो नासै: बिछड़ी जोड़ी मिल जाती मैना भूल जैयो ना
खु: ओ छैला भूल जैयो ना
सै: ओ मैना भूल जैयो ना