तुमहिन कहो मेरा मन क्यूं रहे उदास नहीं - The Indic Lyrics Database

तुमहिन कहो मेरा मन क्यूं रहे उदास नहीं

गीतकार - प्रदीप | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - अनिल बिस्वास | फ़िल्म - गर्ल्स स्कूल | वर्ष - 1949

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तुम्ही कहो ऽ ऽतुम्हीं कहो मेरा मन क्यूँ रहे उदास नहीं
तुम मेरे पास भी हो फिर भी मेरे पास नहींचाँदी की डोलीयों में बैठ के निकली हैं तारों की टोलियाँ
चंदा से खेल रही हैं वो टिम टिम टिम
चंदा से खेल रही हैं वो आँख मिचौलियाँ, आँख मिचौलियाँ
मचा है रास वहाँ और मैं उदास यहाँ
मेरे दिल में है अँधेरा हाए कोई उजास नहीं
तुम मेरे पास भी हो ...तुम्हारे क़दमों पे अपनी दुनिया लुटाने आयी हूँ मैं राजा
तुम्हारे दर पे खड़ी है मेरी मुहब्बत हो हो ऽ ऽ,
तुम्हारे दर पे खड़ी है मेरी मुहब्बत, खोलो दरवाज़ा, खोलो
दरवाज़ा
मेरे सपनों के सहारे तुम को मेरी प्रीत पुकारे
बिना तुम्हारे मेरे जीवन में कोई मिठास नहीं
तुम मेरे पास भी हो ...